महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
O Common Lord, every single morning like a rule I recite this Chalisa with devotion. Make sure you bless me in order that I might shiv chalisa lyricsl be able to achieve my material and spiritual dreams.
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
सुबह सुबह ले शिव का Shiv chaisa नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥
मैना मातु की shiv chalisa in hindi ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥